कोरोना और मच्छर (व्यंग्य)

“क्या हुआ मच्छर राज! क्यों इतने व्यथित हैं.” श्री हरी ने आँखें मलते हुए पूछा? “क्या कोई नया असुर मृत्युलोक में आ गया है? “जी महाराज! बड़ा खतरनाक असुर मार्केट में आया है. जिससे सब हलकान हैं. गरीब अमीर, सरकार और बेकार सभी उसकी जद में हैं. कईयों का वो संहार कर चुका है. बड़े से बड़ा हाकिम उसका इलाज […]

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एक कोरोना प्रभावित प्रेम कथा (व्यंग्य)

लैला के पड़ोस में आज जगराता था। जगराते के बाद अगले दिन भंडारा होना था। लैला थोड़ा असमंजस में थी कि इस कोरोना काल में इन कार्यक्रमों में जाए कि नहीं। काफी उहापोहए काफी सोच.विचार के निर्णय लिया गया कि जगराते में नहींए अगले दिन के भंडारे में जाया जाए। लैला की रिसर्च कहती थी कि जगराता में कोरोना घूम […]

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हिंदी की चिंता

प्रोफेसर साहब बड़े चिंतित हैं. चेहरे पर पसीना है और माथे पर बल. हर साल इन दिनों उनको चिंतित होना पड़ता है. करें भी क्या, कॉलेज के हिंदी विभाग के अध्यक्ष जो ठहरे.वैसे उनके विभाग के पास स्टुडेंट कम हैं. अब स्टुडेंट भी बेचारे क्या करें. आज के युग में किसी जॉब ओरियेंटीड कोर्स में दाखिला लेना उनकी मजबूरी है. […]

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खेल खेल में

हमारे महल्ले में रहने वाले शर्मा जी व उनका परिवार आज बहुत दुखी है. इस दुःख का कारण है असमय ही शर्मा जी की नौकरी छिन जाना. अभी मात्र 68 साल की कम उम्र में ही शर्मा जी को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया जिसकी वजह से शर्मा जी काफी दुखी हैं. भगवान् उन्हें व उनके परिजनो को […]

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कण कण में भ्रष्टाचार

आजकल देश में भ्रष्टाचार को लेकर एक बहस चली हुई है. कोई काला धन लाने के लिए बहस कर रहा है तो कोई सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार पर हाय-तौबा मचा रहा है. वैसे बंदे का ये मानना है कि भ्रष्टाचार पर ये हो-हल्ला फालतू लोगों द्वारा किया जा रहा है. हमारे इतने विशाल लोकतंत्र में जहाँ दिनबदिन महंगाई दर का […]

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लुप्त होते गाँधी जी

वर्धा के सेवाग्राम में रखा गाँधी जी का चश्मा चोरी हो गया. यह खबर जब मुझे पता चली तो मैंने झट रिमोट से टीवी ऑन किया. सारे न्यूज़ चैनल खंगाल डाले. लेकिन इस तुच्छ खबर का उल्लेख किसी भी चैनल पर नहीं था.मैंने अपने खबरिया चैनल के पत्रकार मित्र प्यारेलाल के पास फ़ोन लगाया-”अरे तुम्हे पता है…गाँधी जी का चश्मा […]

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